स्पेलिंग मिस्टेक 5 साल में कभी भी सुधरवा सकेंगे CBSE स्टूडेंट्स
मार्कशीट में डेट ऑफ़ बर्थ या किसी के नाम की स्पेलिंग मिस्टेक 5 साल में कभी भी ठीक करा सकते है | जहा पहले यह लिमिट पहले 1 साल तक ही थी अब इस लिमिट को बढ़कर पांच साल कर दिया है| इसी के साथ ही सीबीएसई ने error फ्री रिजल्ट निकलने के लिए अपने सॉफ्टवेयर को अपडेट किया है| अनिता करवाल सीबीएसई की नई (चेयरपर्सन) ने बताया की वाल ने बताया कि आउट लायर नाम का यह सॉफ्टवेयर रिजल्ट में टोटलिंग या अनयूजुअल नंबर्स की पहचान कर लेगा, अथवा गलती होने पर गलती होने पर सॉफ्टवेयर रेड एरर दिखाएगा और जब तक वह ठीक नहीं होगा तबतक ग्रीन सिग्नल नहीं मिलेगा |
किसी स्टूडेंट के तीन सब्जेक्ट में हाई मार्क्स हैं, मगर दो सब्जेक्ट में बहुत काम हो जाते है तो सॉफ्टवेयर रेड एरर दिखाएगा। अंकों की गिनतियों में कोई गड़बड़ होती है तो रेड एरर शो होगा |स्कूल में किसी सब्जेक्ट के रिजल्ट में पिछले साल के मुकाबले बड़ा अंतर दिखेगा तो इसे भी सॉफ्टवेयर पकड़ लेगा।