गुड़गांव मर्डर केस में फॉरेंसिक टीम सबूत ढूंढ़ने स्कूल पहुंची
रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे के मर्डर के मामले में फॉरेंसिक टीम बुधवार को फिर एकबार सबूत इकठ्ठा करने के लिए स्कूल पहुंची है। दूसरी तरफ बस कंडक्टर के खून की जांच के लिए करनाल भेज दिया गया है और बच्चे के पिता ने जांच पर सवाल उठाये है बच्चे के पिता का कहना है कि अगर जांच सही से होती तो मुझे सुप्रीम कोर्ट नहीं जाना पड़ता | मंगलवार को बच्चे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आई। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर्स की टीम में से एक दीपक माथुर ने कहा कि बच्चे के साथ सेक्शुअल असॉल्ट नहीं हुआ था। इस बीच आरोपी कंडक्टर से पूछताछ कर ली है और एसीपी बिरमजीत सिंह ने बताया कि अशोक बस कंडक्टर ने ही बच्चे का मर्डर किया था। HRD मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर का कहना है कि स्कूलों में वुमन इम्प्लॉइज अधिक होने चाहिए। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने कहा है कि बच्चे के साथ सेक्शुअल असॉल्ट नहीं हुआ था। इससे पहले एसीपी सिंह ने कहा, “कंडक्टर अशोक ने ही बच्चे का मर्डर किया था, इसमें कोई और शामिल नहीं है। पुलिस पूछताछ से पूरी तरह संतुष्ट है। यह क्लियर है कि अशोक ही मर्डर के लिए जिम्मेदार है। अशोक पहले से ही टॉयलेट में मौजूद था। उसी ने बच्चे का मर्डर किया है। स्कूल की लापरवाही एक अलग इश्यू है।”