स्मृति पर भारी पीएमओ |
सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने एक तुगलकी आदेश पारित किया पत्रकारों पर अंकुश लगाने के लिए. लेकिन बढ़ता हुआ विरोध देख प्रधानमंत्री कार्यालय ने उस आदेश को रद्द किया. क्या स्मृति ईरानी ने अपने बूते पर आदेश पारित किया ? क्या किसी षड्यंत्र के तहत पत्रकार को नकेल डालने के लिए सरकार का यह प्रयास था ? क्या पत्रकारों का विरोध देख सरकार बैक फुट पर आ गई ? इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखते रहिए खबर के पीछे की खबर धोबी घाट पर अशोक वानखड़े के साथ.