सस्ती दवाओं के लिए कानून बनेगा
विवेक ज्वाला ब्यूरो। केंद्र सरकार सस्ती दवाओं के लिए नया कानून बनाने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सस्ते इलाज का वादा करते हुए कहा कि नए कानून के तहत डॉक्टरों को पर्ची पर जेनेरिक दवाओं के नाम बताने होंगे जो ब्रांडेड दवाओं की तुलना में सस्ती होती हैं। प्रधानमंत्री ने सोमवार को 400 करोड़ रुपये की लागत से बने अत्याधुनिक अस्पताल का उद्घाटन किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि डॉक्टर उपचार के दौरान इस तरह से पर्चे पर लिखते हैं कि गरीब लोग उनकी लिखावट को समझ नहीं पाते हैं। इससे इन लोगों को निजी स्टोर से अधिक कीमत पर दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। उन्होंने कहा, हम ऐसा कानूनी ढांचा लाएंगे जिसके तहत अगर कोई डॉक्टर पर्ची लिखता है तब उन्हें ऐसे लिखना होगा कि मरीज जेनेरिक दवाएं खरीद सकें और उसे कोई अन्य दवा नहीं खरीदनी पड़े। अस्पताल कम, दवाएं महंगी रू नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में डॉक्टर कम हैं, अस्पताल कम हैं और दवाएं महंगी हैं।
अगर किसी मध्यम वर्ग का व्यक्ति बीमार पड़ता है, तब उसके परिवार की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो जाती है। वह मकान नहीं खरीद सकता है, अपनी बेटी का विवाह नहीं कर सकता है। पीएम ने कहा, यह सरकार की जिम्मेदारी है कि सभी को कम कीमत में स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके।स्टेंट की कीमतें कम हुईं रू पीएम ने कहा कि उनकी सरकार 15 वर्ष के अंतराल के बाद स्वास्थ्य नीति लाई है। इससे दवाओं एवं स्टेंट के मूल्य की सीमा तय की गई है। 40 हजार में बिकने वाला स्टेंट अब 6 से 8 हजार में मिल रहा है, जबकि एक लाख से डेढ़ लाख में बिकने वाला स्टेंट अब 20 से 22 हजार रुपये में मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इससे कुछ दवा कंपनियों में नाराजगी देखी गई है।