क्यों किसान दूर हो रहे हैं कर्जो से |
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ताजा रिपोर्ट बताती है देश में एग्रीकल्चर क्रेडिट ग्रोथ का जो रेट है वह 1963 के स्तर पर पहुंच गया है . पिछले 5 दशकों का यह सबसे कम रेट है. वर्ष 2014 -2015 में यह ग्रोथ रेट 15% था इस वर्ष यार मात्र 3.5% है. किसानों को कम कर जा मिलना या किसानों का कम कर्जा देना यह कही ना कही आने वाले समय में एग्रीकल्चर प्रोड्यूस की ग्रोथ पर असर करेगा. क्यों किसान भाग रहे हैं कर्जा लेने से? क्यों बैंक नहीं दे रही है किसानों को कर्जा ? किसानों के साथ या खिलवाड़ कब तक ? इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए खबरों के पीछे खबरें धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
The RBI report says the agricultural credit grown rate has fallen to the all-time high at 3.5 percent which was in 1963. In the year 2014-2015, It was at 15 percent. The reduction of growth rate will have the direct impact on the agricultural produce in the coming season. Why are farmers not taking loans? Why are banks not giving loans? When will the condition of the farmers improve? To get the answers to these questions watch Khabar Ke Pichhe Ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhede.