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भारत से सीखें पर्यावरण की रक्षा
विवेक ज्वाला ब्यूरो। भौतिक प्रगति की दौड़ में जब पूरी दुनिया भाग रही थी तो उसे पर्यावरण की चिंता ही नहीं रह गयीं लेकिन ... -
पशुओं को जीवन यात्रा पूरी करने का अधिकार क्यों नहीं?
विवेक ज्वाला ब्यूरो। गोमांस खाने को मौलिक अधिकार बताया जा रहा है। पशु क्रूरता अधिनियम के अधीन जारी नियमावली के विरोध में केरल में बछड़े ... -
देउबा ने फिर संभाली नेपाल की सत्ता
विवेक ज्वाला ब्यूरो। नेपाली कांग्रेस पार्टी एक बार पुनः सत्ता में आ गयी है लेकिन कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल (सीपीएन-यूएमएल) के साथ उसको तालमेल ... -
किसान हमारे अन्नदाता हैं
किसान हमारे अन्नदाता हैं। जाड़ा गर्मी और बरसात में तरह-तरह की मुसीबतें झेलकर वे फसल उगाते हैं। जाड़े में जब कड़ाके की सर्दी से ... -
खुलने लगी है केजरीवाल की कलाई
विवेक ज्वाला ब्यूरो। आम आदमी पार्टी में भगदड़ मची हुई है। उसके अनेक नेता पार्टी की नीतियों और भ्रष्ट आचरण पर खुलकर बोलने लगे ... -
जाधव पर पाक की हार
नई दिल्ली। हेग (नीदरलैण्ड) स्थित इण्टरनेशनल कोर्ट आफ जस्टिस (आईसीजे) के न्यायाधीश न्यायमूर्ति रानी अब्राहम ने कुलभूषण जंाधव की फांसी पर रोक लगाने का ... -
नदियों के बेटे ही थे अनिल माधव दवे
माधव दवे, देश के उन चुनिंदा राजनेताओं में थे, जिनमें एक बौद्धिक गुरूत्वाकर्षण मौजूद था। उन्हें देखने, सुनने और सुनते रहने का मन होता ... -
इकोलाॅजी – सुरम्यता की ओर
विवेक ज्वाला ब्यूरो। आज हर देश पर्यावरण की समस्या से जूझ रहा है। वायु, जल, ध्वनि या भूमि के भौतिक, रासायनिक या जैविक गुणों ... -
उन्नीस सौ बयालिस की क्रांति
उन्नीस सौ बयालिस में हमारे देश में एक क्रांति हुई थी, जिससे अंग्रेज चले गए थे। अंग्रेज चले गए, लेकिन भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ। ... -
भगवा भारत का व्यक्तित्व है
भारत प्रकाश अभीप्सु राष्ट्रीयता है। प्रकाश हमारी सनातन प्यास है। हमारे प्राणों में गहरी प्यास है प्रकाश की। प्रकृति का सर्वोत्तम प्रकाशरूपा है भी। ...