शिक्षा के महत्व को समझें
विवेक ज्वाला ब्यूरो।शिक्षा सभी के लिए जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत आवश्यक है। यह आत्मविश्वास विकसित करती है और एक व्यक्ति के व्यक्तित्व के निर्माण में मदद करती है। स्कूली शिक्षा सभी के जीवन में महान भूमिका निभाती है। पूरे शिक्षा तंत्र को तीन भागों में बाँटा गया है जैसे प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा। सभी शिक्षा के भाग अपना एक विशेष महत्व और लाभ रखते हैं। प्राथमिक शिक्षा विद्यार्थियों को आधार प्रदान करती है, जो जीवन भर मदद करती है, माध्यमिक शिक्षा आगे की पढ़ाई का रास्ता है और उच्च माध्यमिक शिक्षा पूरे जीवन में, भविष्य में आगे बढ़ने का रास्ता है।
हमारी अच्छी और बुरी शिक्षा यह निर्धारित करती है कि हम भविष्य में किस प्रकार के व्यक्ति बनेगे। इस प्रतियोगी संसार में, सभी के लिए शिक्षा प्राप्त करना आवश्यक है। उच्च शिक्षा का महत्व नौकरी और अच्छा पद प्राप्त करने के लिए बहुत अधिक बढ़ गया है। उचित शिक्षा भविष्य में आगे बढ़ने के लिए बहुत से रास्तों का निर्माण करती है। यह हमारे ज्ञान के स्तर, तकनीकी कौशल और नौकरी में उच्च पद प्राप्त करके सामाजिक, मानसिक और बौ(िक रुप से मजबूत बनाती है। हरेक बच्चा अपने जीवन में कुछ अलग करने का सपना रखता है। कभी-कभी कुछ माता-पिता भी अपने बच्चे को बड़ा होकर डाॅक्टर, आई.ए.एस. अधिकारी, पी.सी.एस. अधिकारी, इंजीनियर या अन्य उच्च पदों पर देखना चाहते हैं। सभी सपनों को सच करने का केवल एक ही रास्ता है, अच्छी शिक्षा। वो विद्यार्थी जो अन्य क्षेत्रों में दिलचस्पी रखते हैं जैसे खेल, स्पोर्ट्स, नृत्य, संगीत आदि को डिग्री, ज्ञान कौशलऔर आत्मविश्वास, प्राप्त करने के लिएअपनी शिक्षा के साथ जारी रखते हैं। शिक्षा के राज्यों के अनुसार बहुत से बोर्ड ;प्राधिकरणद्ध भी हैं जैसे यू.पी. बोर्ड, बिहार बोर्ड, आई.सी.एस.ई. बोर्ड, सी.बी.एस.ई. बोर्ड आदि। शिक्षा बहुत अच्छा यंत्र है जो हम सभी को पूरे जीवन भर लाभान्वित करता है।जीवन में सफलता प्राप्त करने और कुछ अलग करने के लिए शिक्षा सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण उपकरण है। यह जीवन के कठिन समय में चुनौतियों से सामना करने का पाठ सिखाने में बहुत मदद करती है। पूरी शिक्षण प्रक्रिया के दौरान प्राप्त किया गया ज्ञान हम सभी और प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन के प्रति आत्मनिर्भर बनाता है।
यह जीवन में बेहतर संभावनाओं को प्राप्त करने के अवसरों के लिए विभिन्न दरवाजे खोलती है जिससे कैरियर के विकास को बढ़ावा मिले। ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा बहुत से जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। यह समाज में सभी व्यक्तियों में समानता की भावना लाती है और देश के विकास और वृ(ि को भी बढ़ावा देती है।आधुनिक तकनीकी संसार में शिक्षा मुख्य भूमिका को निभाती है। आजकल, शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए बहुत तरीके हैं। शिक्षा का पूरा तंत्र अब बदल दिया गया है। हम अब 12वीं कक्षा के बाद दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम (डिस्टेंस एजूकेशन) के माध्यम से भी नौकरी के साथ ही पढ़ाई भी कर सकते हैं। शिक्षा बहुत महंगी नहीं है, कोई भी कम धन होने के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकता है। दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से हम आसानीसे किसी भी बड़े और प्रसि( विश्वविद्यालय में बहुत कम शुल्क पर प्रवेश ले सकते हैं। अन्य छोटे संस्थान भी किसी विशेष क्षेत्र में कौशल को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।शिक्षा स्त्री और पुरुषोंदोनों के लिए समान रुप से आवश्यक है, क्योंकि दोनों ही मिलकर स्वस्थ्य और शिक्षित समाज का निर्माण करते हैं। यह उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक यंत्र होने के साथ ही देश के विकास और प्रगति में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस तरह, उपयुक्त शिक्षा दोनों के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करती है। वो केवल शिक्षित नेता ही होते हैं, जो एक राष्ट्र का निर्माण करके, इसे सफलता और प्रगति के रास्ते की ओर ले जाते हैं। शिक्षा जहाँ तक संभव होता है उस सीमा तक लोगों को बेहतर और सज्जन बनाती है।अच्छी शिक्षा जीवन में बहुत से उद्देश्यों को प्रदान करती है जैसे व्यक्तिगत उन्नति को बढ़ावा, सामाजिक स्तर में बढ़ावा, सामाजिक स्वास्थ में सुधार, आर्थिक प्रगति, राष्ट्र की सफलता,जीवन में लक्ष्यों को निर्धारित करना, हमें सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरुक करना और पर्यावरणीय समस्याओं को सुलझाने के लिए हल प्रदान करना और अन्य सामाजिक मुद्दें आदि। दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के प्रयोग के कारण, आजकल शिक्षा प्रणाली बहुत साधारण और आसान हो गयी है। आधुनिक शिक्षा प्रणाली,अशिक्षा और समानता के मुद्दें को विभिन्न जाति, धर्म व जनजाति के बीच से पूरी तरह से हटाने में सक्षम है। शिक्षा लोगों के मस्तिष्क को बड़े स्तर पर विकसित करती है और समाज में लोगों के बीच सभी भेदभावों को हटाने में मदद करती है। यह हमें अच्छा अध्ययन कर्ता बनने में मदद करती है और जीवन के हर पहलु को समझने के लिए सूझ-बूझ को विकसित करती है। यह सभी मानव अधिकारों, सामाजिक अधिकारों, देश के प्रति कर्तव्यों और दायित्वों को समझने में मदद करती है।