किसान आंदोलन को लेकर सरकार परेशान |
मध्यप्रदेश में 1 जून को प्रस्तावित किसान आंदोलन को लेकर राज्य सरकार परेशान है. सरकार इस बार कोई रिस्क उठाने की स्थिति में नहीं है . यह चुनावी साल है . इस साल किसानों पर फायरिंग नहीं कर पाएगी. सरकार हर तरह से तैयारी कर रही है ताकि किसान आंदोलन कंट्रोल में रहे . भाजपा के नेता किसानों के बारे में क्या कहते यह वीडियो वायरल हो चुका है. यदि केंद्र और राज्य सरकार ने किसानों के लिए बहुत काम किए हैं तो किसान आंदोलित क्यों ? यदि किसान आंदोलित है तो क्या वह तमाम दावे खोखले हैं ? किसानों के बारे में क्या कोई नेता इतनी गंदी बात कह सकता है ? इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए खबरों के पीछे खबरें धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
The government of Madhya Pradesh has pulled up the socks To handle proposes Farmers agitation scheduled on June 1. The intelligence department is gathering the data of Kisan leaders. The extra police force has been pushed in the region where last year farmers were shot dead. The temporary thanas have been installed. The administration is well prepared to handle it with care. If center and state claim that they have don’t beat for the farmers them why farmers are agitating? If farmers are unhappy than are claims made by governments false? When will condition od farmers improve? To get the answers to these questions watch Khabar Ke Pichhe Ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhede.