ध्वस्त होती परंपराएं |
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने उनके खिलाफ महाभियोग रद्द होने के खिलाफ जो याचिका आई उसे संविधान पीठ के सामने सुनने के लिए भेज दिया है. इसके पहले ही यह याचिका वरिष्ठ न्यायाधीश चमलेश्वर के बेंच पर थी. उन्होंने अगले दिन सुनवाई के लिए रखा था . शाम को ही मुख्य न्यायाधीश ने याचिका संविधान पीठ के सामने भेज दी. इस संविधान पीठ में वरिष्ठ न्यायाधीश को छोड़ के उनसे जूनियरों को रखा गया है . क्या मुख्य न्यायाधीश ने सही किया ? क्या सर्वोच्च न्यायालय की परंपराएं टूट रही है ? क्या आम आदमी का विश्वास न्यायपालिका में बना रहेगा ? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखते रहिए खबर के पीछे की खबर धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
CJI listed the petition challenging the rejection of impeachment of CJI by Rajya Sabha chairman to the constitutional bench. It was initially listed on the Justice Jamkeshwar bench. He gave next day for the hearing. In the meantime, by evening CJI transferred the case to constitutional bench constituted of junior judges. Was CJI right in doing so? Why were senior judges neglected? Have traditions in SC being neglected? To get answers to these questions watch Khabar ke Piche ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhade.