रेड्डी को हा या रेड्डी को ना
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की रेड्डी परिवार को लेकर बड़ी अजीब स्थिति हुई है . कहती है बल्लारी के माइनिंग माफिया रेड्डी परिवार से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं . और पार्टी गली जनार्दन रेड्डी से अपनी दूरी बनाए रखना चाहती है. लेकिन दूसरी और उन्हीं के दो भाई भाजपा के उम्मीदवार भी है . लगता है भाजपा को रेडी चाहिए लेकिन पर्दे के पीछे . क्या भाजपा भी जिताऊ उम्मीदवार के लिए अपनी विचारधारा ताक पर रखती है ? क्या भाजपा की भ्रष्टाचार की लड़ाई कमजोर हो गई है ? क्या भाजपा रेड्डी परिवार के सामने नतमस्तक हो गई है ? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखते रहिए खबर के पीछे की खबर धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
Bharatiya Janata Party is confused on Mining mafia Janardhan Reddy. BJP on record says that they don’t have any relation with Reddy family and will keep them off. However, two Reddy brothers are contesting Vidhan Sabha election as BJP candidates. Why BJP can’t be without Reddys? Is BJP also in need of corrupt people? Why Are Reddys important to BJP? To get answers to these questions watch Khabar ke Piche ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhade.