न्याय में देरी |
देश में महिलाओं पर अत्याचार कम नहीं हो रहे हैं साथ में न्यायपालिका में भी उन्हें न्याय पाने के लिए भारी इंतजार करना पड़ता है हमारे देश में हर रोज 55 महिलाओं के साथ बच्चियों के साथ दुष्कर्म का केस रेजिस्टर्ड होता है इसके लिए यदि सो न्यायाधीश रोज 50 केस की सुनवाई करे तो शायद साल भर में न्याय की उम्मीद है .क्या इस देश में न्यायपालिका में सुधार होगा ?क्या महिलाओं को समय रहते न्याय मिलेगा ?क्या नए न्यायाधीश नियुक्त होंगे ?इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखते रहिए खबर के पीछे की खबर धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
The government of India had passed new laws for the protection of women. But the pending cases of crime against women are rising in the court. The victims have to wait for years. How will they get justice in time? Will things change in Judiciary? Will govt appoint new judges? To get answers to these questions watch Khabar ke Piche ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhade