बिजली के झटके देकर किया टॉर्चर और फिर कबूलवाया ज़ुर्रम
प्रदुम्न मर्डर केस पर जांच का सिलसिला ज़ारी है और अभी भी प्रदुमन मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है| मर्डर के केस की पूरी कहानी सीबीआई के हाथ में है, शक के बिनाह पर पहले स्कूल के (अशोक) को गिरफ्तार किया गया और फिर 11 कक्षा के छात्र को हिरासत में लिया गया| इससे पहले जांच का कड़ा परिणाम अशोक को मुजरिम साबित किया और अशोक अपने बचाव में कहता रहा की वह मुजरिम नहीं है | बस कंडक्टर अशोक कुमार बुधवार शाम करीब साढ़े 7 बजे जेल से जमानत पर रिहा हुआ | एडिशनल एंड सेशंस जज रजनी यादव की कोर्ट ने मगलवार को 50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर बेल दी थी |अपने गांव पहुंचते ही अशोक ने news चेंनेल से बाचीत में बताया की – “रिमांड के दौरान पुलिस ने मुझे बहुत टॉर्चर किया था, इसके बाद ही मैंने मर्डर करने की बात कबूली थी। अशोक कुमार ने बताया- में पिछले 2 महीनो से जेल में हु मुझे बहुत टॉर्चर किया | उन्होंने मुझे सोने तक के लिए बेडशीट भी नहीं दी वह इस लिए की मैं फ़ासी न लगा लू | मैंने पिछले दो महीने से t.V भी नहीं देखा और मुझे पता भी नहीं इस माले में बाहर क्या चल रहा है |