करीना एक अंधविश्वासी हिंदुस्तानी औरत
प्रिय करीना जी,
करवाचौथ पर आपके विचार सुने, अच्छा नही लगा ।आपने ज्ञान दिया? तो थोड़ा ज्ञान हमसे भी ले लो।यह व्रत पतिव्रता हिन्दू स्त्रियों के लिए हैं, आप नही समझेंगी क्योंकि आपके यहाँ तो हलाला होता हैं??
#करीना,क्या करूँ हिन्दू हूँ, संस्कारी हूँ, आप को सीधे सीधे बोल नही सकती। मुम्बई में जो रेड लाइट एरिया है वहाँ की औरते व्रत नही रखती !!जानती है, रंडीओ के लिए ये व्रत नही होता, वैसे भी रखेगी भी तो वो किस वाले खसम के लिए रखेगी!!! जब उँगली उठाया करो तो सुनने के लिए भी तैयारी कर ही लिया होगा? करीना अली खान, किसी ने आपको जोर नही दिया कि आप सैफ्फुद्दीन अली खान के लिए व्रत रखें, रखे या ना रखे चूल्हे में जाओ, हम लोगो की बला से !!!! हमारे घरों में सदियों से ऐसा होता आया है, तो हम लोग रखते है,आगे भी गर्व से रखेगें?? तुम लोग खुद तो व्रत रखती नही, पर कही न कही जलन की भावना रहती ही हैं, इसलिए लकड़ी करके अपना फ्रस्टेशन निकालती रहती हो आप जैसी फ्री सेक्स की हितैषी औरतें !!!!!यार तुम लोग हम लोगों के त्योहारो में लकड़ी करने की आदत छोड़ ही दो, तो ही अच्छा? वैसे आप लोगों की बात ही निराली हैं, आप लोग फिल्मों में जहाँ पैसे मिलने होते ,वहाँ सब करती हो, तब मुँह से बोल नही फूटता, कि डायरेक्टर साहेब, ये करवाचौथ टाइप अंधविश्वास के सीन फ़िल्म की क्या जरूरत?? तब 5kg सिन्दूर भी भर लोगी!! सलवार सूट,साड़ी भी लपेट लोगी!!!! क्योंकि पैसे के लिए कुछ भी कर गुज़रोगी।
वैसे आपका जब हलाला हो तो बता देना,हम भी आपके लिए सहानभूति के दो शब्द लिख देंगे।
-एक अंधविश्वासी हिंदुस्तानी औरत
डॉ शशी प्रभा