आज छठा दिन मां कात्यायनी की होगी पूजा, शत्रुओं का होगा विनाश
जैसा की आप सब जानते है की पुरे 9 दिन हम नवरात्री में माँ दुर्गा व काली की पूजा करते है और आपको यह भी बता दे की पुरे 9 दिन में हम 9 देवी की पूजा करते है नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है. सच्चे मन से मां की अराधना करने पर शत्रुओं का नाश होता है और मन से हर प्रकार का डर दूर हो जाता है. इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है. उसके रोग, शोक, संताप और भय नष्ट हो जाते हैं. सभी जन्मों के समस्त पाप भी नष्ट हो जाते हैं. जिन लड़कियों की शादी नहीं हो रही है, उन्हें देवी कात्यायनी की अराधना जरूर करनी चाहिए, जिससे उन्हें योग्य वर की प्राप्ति होगी |
आइये जानते है माता का नाम कैसे पड़ा -:
माना जाता है कत नाम के एक प्रसिद्ध महर्षि थे, उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए. इन्हीं कात्य के गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए थे. इन्होंने भगवती की बहुत वर्षों तक कठिन तपस्या की थी. उनकी इच्छा थी कि मां भगवती उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लें. तपस्या से प्रसन्न होकर देवी भगवती ने महर्षि की इच्छा पूरी की और उनके घर जन्म लिया, जिससे उनका नाम कात्यायनी पड़ा.