600 करोड़ की 400 बेनामी ट्रांजैक्शंस का पता लगा , ऑपरेशन ब्लैक मनी पार्ट-2
आपको बता दें की नोटबंदी के बाद करीब 16 हजार करोड़ रुपये ही वापस बैंकों में जमा नहीं हुए। वैसे सरकार का कहना यह है की बैंकों में पैसा आने के साथ ही तो नोटबंदी का असली काम शुरू हुआ है| नोट बंदी से पहले बहुत ही काले धन जमा थे जो सरकार ने यह रास्ता निकला और आज बहुत बड़ी समस्या का समाधान किया है सरकार के सामने अब एक बहुत बड़ी चुनौती है की जमा हुए रुपये की स्क्रूटनी है, जिसमें संभव है कि एक बड़ा हिस्सा ब्लैक मनी का है।
और सबसे बड़ी बात तो यह है की सरकार को नोटबंदी से एक फायदा तो यह हुआ है कि इससे वह लोग भी टैक्स बेस में आ गए हैं, जो अभी तक बहुत लोग ऐसे थे जो टेक्स से बच रहे थे और कभी कोई टेक्स पेय नहीं करते थे |
आइये जानते है नोट बंदी के बाद क्या क्या बदलाव हुए है
* कर विभाग ने 23 मई तक 400 बेनामी ट्रांजैक्शंस का पता लगा लिया था, जिसकी मार्केट वैल्यू 600 करोड़ से ज्यादा थी।
* यही नहीं नोटबंदी के बाद पैसे के लेन-देन से 2 लाख फर्जी कंपनियों का पता लगा लिया गया है।
* सरकार ने बताया कि 3 लाख रजिस्टर्ड कंपनियां संदेह के घेरे में हैं। साथ ही ऐसी 37 हजार कंपनियों का पता लगाया जा चुका है जो ब्लैक मनी छिपाने और हवाला कारोबार से जुड़ी थीं।
* साफ है कि बैंकिंग सिस्टम में वापस पहुंचा ब्लैक मनी वाइट हो जाएगा, लेकिन उस पर टैक्स लगने के बाद।