सूरत का कपड़ा बाजार संकट में |
देश का सबसे बड़ा कपड़ों का बाजार गुजरात के सूरत में है. जीएसटी लागू होने के 11 महीने बाद सूरत का कपड़ा मार्केट 50% रह गया है. कोई नया व्यापार शुरू नहीं हुआ.500 से ज्यादा दुकानें बंद हो गई. कपड़े का उत्पादन 4.50 करोड़ मीटर से ढाई करोड़ मीटर रह गया है. ना व्यापारियों को जीएसटी रिटर्न मिल रहा है. नहीं ड्यूटी ड्राबैक. ओपन क्रेडिट का मसला पढ़ा हुआ है. हैंडलूम हो या पावरलूम हो , या बड़े मील हो सब संकट में है. चुनाव के समय किए गए वादे चुनावी जुमले साबित हुए हैं. नाही राज्य सरकार व केंद्र सरकार इनकी सुनवाई के लिए तैयार है. क्या सूरत का मार्केट समाप्त हो जाएगा ? चुनाव में किए गए वादे कब पूरे होंगे ? 11 महीने बाद भी कपड़े पर जीएसटी को लेकर यह समस्याओं का समाधान क्यों नहीं ? इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए खबरों के पीछे खबरें धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
The textile market turnover in Surat one of the biggest textile hub of the country has reduced To half. The production has reduced 2.5 crore meters for. 4.5 crore meters. More than 500 shops have been closed. Traders are switching To new business. Traders have not received GST return. Many tax-related issues are pending and no one is responding To their problems. Will Surat textile become history? Will government solve problems? Will their GST issue be looked after? To get the answers to these questions watch Khabar Ke Pichhe Ki Khabar on Dhobighat with Ashok wankhade.