रक्षा में मेक इन इंडिया फेल |
भारत सरकार ने रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया योजना की घोषणा कर इस बात को रेखांकित किया था की आने वाले समय में रक्षा क्षेत्र में भी हमारे यहां भारतीयों द्वारा निर्माण की गई सामग्री ही सेना खरीदेगी. लेकिन साईंचीन के लिए रक्षा मंत्रालय ने 74 सप्लायरों से जब 14 आइटम का ट्रायल लिया उनमें से मात्र 3 पास हो गए बाकी सब फेल. जो पास हो गए वह सप्लायर भारतीय है लेकिन सामान को विदेश से ला रहे थे . क्यों फेल हो गया मेक इन इंडिय ा? क्या सरकार बिना सोचे समझे घोषणा करती है ? हमारे देश के उद्योग आरएनडी पर कब मेहनत करेंगे ? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए खबरों के पीछे खबरें धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
Army wanted To procure 14 items for them. They got 74 Indian manufacturers /suppliers with the samples for trials. Out of 74, only 3 could get clearance and that too they were Indian suppliers with items procured from abroad. This shows the facts about Make in India scheme in the defense sector. Why has make in India failed? Will army have To depend on the foreign suppliers? Will government compel the corporates to spend on R and D? To get the answers to these questions watch Khabar Ke Pichhe Ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhede.