यह कैसी परंपरा |
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति सिर्फ एक घंटा रुकेंगे और मात्र 11 लोगों को ही पुरस्कृत करेंगे यह नइ परंपरा राष्ट्रपति भवन ने शुरू की . 64 साल की इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति ने समय का राशनिंग नहीं किया था. इस के खिलाफ विरोध प्रकट करते हुए कई पुरस्कार विजेताओं ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया. यह भी 64 साल के इतिहास में पहली बार हुआ . क्या राष्ट्रपति को राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए एक घंटा समय देना ही उचित है ? क्या इस बात से अपने ही जनता से राष्ट्रपति की दूरियां नहीं बढ़ेगी? क्या राष्ट्रपति का स्वास्थ्य ठीक नहीं है ? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखते रहिए खबर के पीछे की खबर धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
The president house has started new protocol for the preside that he will only spend one hour at any event. The national films award function was held in Delhi and president only spend one hour at function and gave away 11 awards. Out of the rest winners 75 boycotted the function as they were not ready To take awards from minister. Why new protocol was introduced for president? Will this not take president away from common man ? Who is playing this dirty game ? To get answers to these questions watch khabar ke piche ki khabar on Dhobighat with Ashok Wankhade.