भूख से सावित्री देवी की मौत |
झारखंड में राशन नहीं होने के कारण 58 वर्ष की सावित्री देवी भूख से तड़प के मर गई. अधिकारियों के गलती से उसका राशन कार्ड नहीं बना जिसके चलते उसे राशन नहीं मिला बिना राशन कुछ दिन तो उसने निकालें अंत में उसने दम तोड़ दिया. उसके दो बेटे काम के चक्कर में गांव से दूर है वहां उन्हें भी काम नहीं मिलने के कारण वह भीख मांग कर अपना गुजारा करते हैं. 21वी सदी का भारत सावित्री के भूखे मरने पर शर्मिंदा है. क्यों नहीं पहुंची सरकार की तमाम योजनाएं सावित्री देवी के पास ? क्यों नहीं बना उसका राशन कार्ड ? कौन जिम्मेदार है सावित्री की मौत का ? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए खबरों के पीछे खबरें धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
Savitri Devi 58-year-old women died of hunger. Due to the negligence of officials, she did not get a ration card and so the ration. She survived for few days without ration and them she died if hunger. Her two sons are away in search of work. They did not get any so they are begging. Who is responsible for her death? Why did the government schemes not reach her? How many will die of hunger in day To come? To get the answers to these questions watch Khabar Ke Pichhe Ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhede.