फिर सडेगा गेहूं |
इस वर्ष भी देश के किसान ने गेहूं की बंपर पैदावार की मंडी में रोज करीब करीब ढाई लाख टन गेहूं की आवक बताई जा रही है. सरकार ने अभी तक 3 करोड़ टन से भी ज्यादा गेहूं की खरीदी की है . लेकिन भंडारण की व्यवस्था नहीं होने के कारण गेहूं ग्राउंड में पड़ा हुआ है. तिरपाल से ढका हुआ है . यदि प्री मानसून बरसात शुरू होती है तो इस गेहूं का सडना तय है. क्यों सरकार भंडारण की पर्याप्त व्यवस्था नहीं कर पा रही? क्या सरकार की योजनाएं फाइलों में बंद है ? सर्वोच्च न्यायालय के लताड़ के बाद भी क्यों सरकार उदासीन ह ै? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए खबरों के पीछे खबरें खबरों के पीछे की खबरें धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
Farmers have harvested a bumper wheat crop this year. Almost 2.5 lakh tonnes of wheat is arriving in the local market. Government agencies have bought 3.60 crore tonnes of wheat to date. The wheat is kept on the open ground as the government doesn’t have adequate warehousing capacity. If pre-monsoon. Shower starts the wheat in ope is likely to get rotten. BJP use to criticise the then govt for keeping wheat in open now BJP is in power for last 4 year the situation is same. Why govt failed? Why is warehousing neglected? Have govt schemes buried in files? To get the answers to these questions watch Khabar Ke Pichhe Ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhede.