नेताओं को सरकारी बंगले का मोह |
सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश दिया की उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अपने सरकारी बंगले 1 जून के पहले खाली करें. इस आदेश के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपना बंगला खाली किया. लेकिन लखनऊ में खुद के करोड़ों रुपए के बंगले होते हुए भी मुलायम सिंह यादव उनके पुत्र अखिलेश सिंह यादव, मायावती जी यह सभी पूर्व मुख्यमंत्री कोई ना कोई कारण बता कर सरकारी बंगले में रहना चाहते हैं. स्वयं के बंगले होते हुए भी सरकारी बंगले का महत्व क्यों ? क्या हमारे नेता जनता पर बोझ बनना बंद करेंगे ? क्या सर्वोच्च न्यायालय अपने बात पर अड़ा रहेगा ? इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए खबरों के पीछे खबरें धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
Supreme Court ordered that all the ex-Chief Ministers are not entitled to government Bungalows. Rajnath Singh the ex-CM UP immediately vacated his residence in Lucknow. However, Mulayam Sing Yadav requested to continue on health ground. His son Akhilesh Yadav wants to continue as his children have to complete school education and Mayavati wants to continue as she feels it should be dedicated to memories of Kanshiramji. All these leaders have their own bungalows in Lucknow. Why are leaders greedy for Government Bungalows? Why should taxpayers pay for them? Why don’t they shift to their own bungalows? To get the answers to these questions watch Khabar Ke Pichhe Ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhede.