दागी अच्छे हैं |
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में लड़ रहे उम्मीदवारों में सभी राजनीतिक दलों ने दिल खोल के अपराधियों को अपना उम्मीदवार बनाया है. सत्ता में बने रहने की कोशिश में लगी कांग्रेस या पार्टी विद द डिफरेंस बीजेपी या किंग मेकर की भूमिका में को देखने वाली जेडीएस इन सभी पार्टियों ने सत्ता हथियाने के लिए अपराधियों को गले लगाया. क्या राजनीति का अपराधीकरण समाप्त होगा ? क्या राजनीतिक दलों में कथनी और करनी में जो फर्क है वह समाप्त होगा ? क्या राजनीति अपराधियों के शरण में चली गई है ? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखते रहिए खबर के पीछे की खबर धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
All the political parties have patronized criminals in Karnata Vidhan Sabha polls. BJP has maximum criminals as their candidates followed by Congress, JDS and others. Why are criminals given the ticket? Why politicians bow to criminals? Will our politics be without criminals? To get answers to these questions watch Khabar ke Piche ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhade.