कर्नाटक का नाटक |
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे ऐसे आए की किसी एक पार्टी को मेजोरिटी नहीं मिली . भाजपा को 8 विधायकों की जरूरत है सरकार बनाने के लिए . कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देकर नया दांव खेला . कांग्रेस और जेडीएस मिलकर आराम से सरकार बना सकते हैं. भाजपा और जेडीएस ने सरकार बनाने का दावा के राज्यपाल के सामने पेश किया. अब राज्यपाल को यह क्या करना है कि वह किसे बुलाएं. सबसे बड़े दल को उसको या जिसके पास पर्याप्त विधायक है. क्या करेंगे राज्यपाल ? कौन तय करेगा राज्यपाल का विवेक ? क्या गोवा और कर्नाटक के लिए अलग-अलग पैमाने होंगे ? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए खबरों के पीछे खबरें खबरों के पीछे की खबरें धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
After the results of Karnataka Vidhan Sabha polls, it was clear that no political party for clear mandate to form a government. BJP is short of 8 MLAs to form a government. Congress gave unconditional support to JDS to form the government and combine they can easily reach the magic number. Both the parties approached Governor with a claim to form the government. Who will Governor invite? Will he call the single largest party? Will he go by the decision taken by Goa governor? To get answers to these questions watch Khabar Ke Pichhe Ki Khabar on Dhobighat with Ashok wankhade.