इस पर भी सोचना चाहिए |
एक रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2016 तक सर्वोच्च न्यायालय की 100 न्यायाधीश रिटायर्ड हो गए उनमें से 70 को फिर से सरकार ने रीअपॉइंट किया. आज न्यायपालिका और विधायिका टकराव में है. ऐसे में कुछ नैतिकता के नियम बनाने होंगे. क्या रिटायर्ड न्यायाधीशों को फिर से सरकार में काम करना चाहिए ? क्या रिटायर्ड न्यायाधीशों को फिर से अपॉइंटमेंट लेने में बंदी होनी चाहिए ? क्या अपॉइंटमेंट के लालच से फैसले प्रभावित होते है? इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखते रहिए खबर के पीछे की खबर धोबी घाट पर अशोक वानखड़े के साथ. Need To think on this. 100 Judges of Supreme Court have been returned till Feb. 2016. Out of these 100 retired judges 70 have been reappointed by the government on some or the other organization. Should Judge work after retirement in the government? Will this not influence on Judgement? Are political parties in power lure the Judges? To get answers to these questions watch Khabar ke piche ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhade.