अमानवीय बिहार |
बिहार में एक सब्जी विक्रेता ने प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक ङिएम से लेकर एसपी तक सबको अपनी जान बचाने की गुहार लगाई . वह बार-बार कहता रहा की उसकी जान को खतरा है लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी. और 1 सप्ताह के भीतर उसकी हत्या हुई . अब बिहार पुलिस उस हत्या की जांच कर रही है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने सब्जी विक्रेता से आवेदन मिलने के तुरंत बाद कार्यवाही के लिए बिहार सरकार को पत्र लिखा था . लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय के इस पत्र को भी कचरे के डिब्बे में डाला गया . क्यों अमानवीय हो रही है बिहार की पुलिस ? क्या सब्जी विक्रेता की जान बचाई जा सकती थी ? क्या बिहार में जंगलराज चल रहा है ? इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखते रहिए खबर के पीछे की खबर धोबी घाट पर अशोक वानखेड़े के साथ.
Inhuman Bihar A vegetable vendor approached everyone from PM to CM to DM to SP for protection as he was threatened to death. No one cared for him and in a week he was murdered. Now, police are in action. But shows the inhuman face of Bihar Governance. Why no one reacted to his letters? Why did police fail to protect him? Will PM take this issue seriously? To get answers to these questions watch Khabar ke piche ki Khabar on Dhobighat with Ashok Wankhade.